राजनीतिक संवाददाता द्वारा
रांची: झारखंड की निलंबित आईएएस पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) की रिमांड अवधि खत्म हो जाने के बाद उन्हें बुधवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया, इसके बावजूद इस मनी लॉन्ड्रिंग मामलेमें ईडी की कार्रवाई तेज हो गयी है। ईडी (ED) की ओर से बुधवार को दोपहर बाद हेमंत सोरेन सरकार (Hemant Soren Government) के बेहद करीबी बताये जाने वाले प्रेम प्रकाश के आवास पर सर्च वारंट की कॉपी छोड़ी है।
ईडी की ओर से इस छापेमारी की कोई पुष्टि नहीं की गयी है, लेकिन यह भी खबर मिल रही है कि राजधानी रांची के वसुधंरा इक्लेव के 802 में रहने वाले प्रेम प्रकाश के घर पहुंची ईडी की टीम पहुंची, लेकिन प्रेम प्रकाश घर पर मौजूद नहीं रहने पर ईडी के अधिकारियों ने सर्च वारंट की कॉपी छोड़ कर वापस लौट आयी।
बताया गया है कि प्रेम प्रकाश की अनुपस्थिति के कारण फ्लैट में ताला लगा हुआ था। इस कारण गृह स्वामी की गैरमौजूदगी में ईडी कोई छानबीन नहीं कर पायी। बताया गया है कि प्रेम प्रकाश का रांची के अशोक नगर और हरमू हाउंसिंग कॉलोनी समेत देश के अन्य जगहों पर तीन ठिकाने हैं। हरमू के जिस फ्लैट को उसने खरीदा है, उसकी कीमत 2 करोड़ बतायी जाती है, उसकी सजावट में 3 करोड़ रुपये खर्च किया गया है। बताया जाता है कि ये सारी संपत्ति उसने लाइजनिंग के माध्यम से अर्जित की है। प्रेम प्रकाश के बिहार स्थित सासाराम और उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ठिकानों पर भी ईडी की ओर से दबिश देने की खबर है।
आम लोगों का कहना है कि प्रेम भइया झारखंड के खेल के शातिर खिलाड़ी है, नेता, अधिकारी सब इनके जेब में, अमित भैया के तो सर्वे सर्वा। ट्रांसफर पोस्टिंग बिना इनकी मर्जी के नहीं। आगे का इंतजार।’
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सरकार के करीबी प्रेम प्रकाश को पहले से ही अंदाजा हो गया था कि ईडी की टीम उनके घर तक पहुंच सकती है, इस कारण वह पहले ही अपने अंगरक्षकों को घर सरेंडर कर झारखंड छोड़ कर चला गया। ऐसी भी सूचना मिल रही है कि प्रेम प्रकाश देश छोड़ कर ही पड़ोसी देश नेपाल चला गया है। अब ईडी को जरूरत पड़ती है, तो इंटरपोल के माध्यम से भी सर्च वारंट निकाला जा सकता है।